Naat Lyrics | Waris Pak deva sharif Naat Lyrics | India Naat Lyrics | Urdu Naat layrics 2018
aane wale ye to batao waris ka dar kaisa hai lyrics
WARIS KA DAR KAISA HAI Lyrics - WARSI NAAT KHUWAN
Waris Ka Dar Kaisa Hai [naat sharif lyrics] - Warsi Naat Khuwan
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे
वह नूरी मंजर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
वारिस का दर कैसा है
हरे हरे गुंबद के साए में रहकर जो आए हैं
कितने खुश किस्मत हैं वे वह,और उनका Muqaddar कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
रोजा ए वारिस देखकर मुझको,तैबा याद आ जाता है
वारिस के दीवानों बोलो, मेरा तसव्वुर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
जिस चौखट पर रखते ही सर, तकदीरे बन जाती हैं
उस चौखट पर रखने वाले,यह तेरा सर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
बाहर से जब इतना हसी है, रोजा मेरे वारिस का
मैं तुमको बतलाऊं कैसे,आखिर अंदर मंजर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
वारिस कह कर जब मैंसर में, मुझको पुकारा जाएगा
सब हैरत से बोल पड़ेंगे, देखें मेंसर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
naat sharif layrics
खुलद भी जिस पर नाज करे
वह नूरी मंजर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
वारिस का दर कैसा है
हरे हरे गुंबद के साए में रहकर जो आए हैं
कितने खुश किस्मत हैं वे वह,और उनका Muqaddar कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
रोजा ए वारिस देखकर मुझको,तैबा याद आ जाता है
वारिस के दीवानों बोलो, मेरा तसव्वुर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
जिस चौखट पर रखते ही सर, तकदीरे बन जाती हैं
उस चौखट पर रखने वाले,यह तेरा सर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
बाहर से जब इतना हसी है, रोजा मेरे वारिस का
मैं तुमको बतलाऊं कैसे,आखिर अंदर मंजर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
वारिस कह कर जब मैंसर में, मुझको पुकारा जाएगा
सब हैरत से बोल पड़ेंगे, देखें मेंसर कैसा है
आने वाले यह तो बताओ वारिस का दर कैसा है
खुलद भी जिस पर नाज करे,वह नूरी मंजर कैसा है
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